
आर्किटेक्चर के छात्रों का भारत-बांग्लादेश सीमा और मावलिननोंग गांव का अध्ययन भ्रमण
कानपुर: एक्सिस इंस्टीट्यूट ऑफ आर्किटेक्चर के विद्यार्थियों ने हाल ही में भारत-बांग्लादेश सीमा और एशिया के सबसे स्वच्छ गांव मावलिननोंग (मेघालय) का शैक्षणिक भ्रमण किया। इस अध्ययन यात्रा का उद्देश्य क्षेत्रीय स्थापत्य शैली, पारंपरिक घरों के निर्माण की तकनीक और सांस्कृतिक जीवनशैली का प्रत्यक्ष अवलोकन करना था।
भारत-बांग्लादेश सीमा के पास स्थित ग्रामीण क्षेत्रों में छात्रों ने सीमावर्ती समुदायों द्वारा अपनाई गई पारंपरिक निर्माण विधियों और स्थानीय सामग्रियों के प्रयोग का अध्ययन किया। इन गांवों में बांस, लकड़ी और मिट्टी का विशेष उपयोग देखा गया, जो पर्यावरण के अनुकूल और भूकंप-रोधी होते हैं।
भ्रमण का विशेष आकर्षण मावलिननोंग गांव था, जिसे ‘एशिया का सबसे स्वच्छ गांव’ कहा जाता है। यहां छात्रों ने ग्रामीणों की स्वच्छता के प्रति सजगता, सामुदायिक भागीदारी और टिकाऊ जीवनशैली को नजदीक से जाना। उन्होंने देखा कि कैसे गांव की योजना, जल निकासी प्रणाली और घरों की बनावट पर्यावरण के साथ संतुलन बनाए रखती है.
