एक्सिस कॉलेजेस ने डैफोडिल थैरेपी स्टूडियो के साथ किया ऐतिहासिक समझौता: छात्रों और शिक्षकों के मानसिक स्वास्थ्य और समग्र विकास पर रहेगा विशेष फोकसशिक्षा क्षेत्र में नवाचार और विद्यार्थियों के सर्वांगीण विकास के लिए प्रतिबद्ध एक्सिस कॉलेजेस ने एक और महत्वपूर्ण कदम उठाया है।

छात्रों और शिक्षकों के मानसिक स्वास्थ्य, भावनात्मक संतुलन और करियर मार्गदर्शन को प्राथमिकता देते हुए, एक्सिस कॉलेजेस और डैफोडिल थैरेपी स्टूडियो के बीच एक ऐतिहासिक समझौता ज्ञापन (MoU) पर हस्ताक्षर किए गए।

यह समझौता न केवल शिक्षा की पारंपरिक परिभाषा को पुनर्परिभाषित करता है, बल्कि मानसिक स्वास्थ्य को मुख्यधारा में लाने की दिशा में एक प्रभावशाली पहल भी है।

यह समझौता ज्ञापन (MoU) एक्सिस कॉलेजेस के निदेशक डॉ. आशीष मलिक और डैफोडिल थैरेपी स्टूडियो की संस्थापक एवं प्रमुख काउंसलर सुश्री आस्था धवन द्वारा हस्ताक्षरित किया गया। इस पहल का उद्देश्य कॉलेज के छात्रों और शिक्षकों के बीच मानसिक स्वास्थ्य जागरूकता बढ़ाना, उनके तनाव के स्रोतों की पहचान करना, और उन्हें एक संरचित व सुसंगत काउंसलिंग प्रणाली प्रदान करना है।

इस अवसर पर एक्सिस कॉलेजेस के चेयरमैन श्री राज कुशवाहा ने अपने विचार साझा करते हुए कहा, “हमारा विज़न ‘लेट्स एजुकेट द वर्ल्ड’ केवल किताबी ज्ञान तक सीमित नहीं है। हम शिक्षा को एक समग्र प्रक्रिया मानते हैं, जिसमें छात्र की मानसिक, सामाजिक और भावनात्मक स्थितियाँ भी उतनी ही महत्वपूर्ण हैं।

Daffodil के साथ यह साझेदारी इस दिशा में हमारी प्रतिबद्धता को दर्शाती है। हम चाहते हैं कि हमारे छात्र न केवल अकादमिक रूप से उत्कृष्ट हों, बल्कि मानसिक रूप से भी सशक्त बनें।

”डॉ. आशीष मलिक, निदेशक, एक्सिस कॉलेजेस, ने बताया कि आज का युग अत्यंत प्रतिस्पर्धात्मक और तेज़ गति वाला है। इसमें छात्रों को केवल शैक्षणिक ज्ञान ही नहीं बल्कि मानसिक संतुलन और भावनात्मक समझ की भी आवश्यकता है।

“हमें यह समझना होगा कि छात्र की सफलता केवल अंक तालिकाओं से नहीं मापी जा सकती। उसे मानसिक रूप से सक्षम और आत्मविश्वासी बनाना हमारी जिम्मेदारी है। इस समझौता ज्ञापन (MoU) के माध्यम से हम नियमित काउंसलिंग सत्र, करियर एनालिसिस और इमोशनल वेलनेस प्रोग्राम्स की श्रृंखला प्रारंभ कर रहे हैं।”

इस समझौते के अंतर्गत, छात्रों के लिए विभिन्न चरणों में मनोवैज्ञानिक विश्लेषण, करियर सलाह, समूह चर्चा, और इंटरेक्टिव सेशन आयोजित किए जाएंगे। वहीं शिक्षकों के लिए वर्कशॉप्स, माइंडफुलनेस सेशन और तनाव प्रबंधन कार्यक्रम भी शामिल होंगे।

यह पहल शिक्षा और मानसिक स्वास्थ्य के बीच सेतु का कार्य करेगी।फार्मेसी विभाग की विभागाध्यक्ष डॉ. ईशा यादव ने भी इस पहल का स्वागत किया और कहा, “फार्मेसी जैसे पेशेवर कोर्स में छात्र मानसिक रूप से काफी दबाव में रहते हैं। उनका मानसिक स्वास्थ्य उनके सीखने की क्षमता और व्यवहार को सीधे प्रभावित करता है।

Daffodil के साथ यह सहयोग छात्रों के दृष्टिकोण और आत्मविश्वास को बेहतर बनाएगा।”डैफोडिल थैरेपी स्टूडियो की संस्थापक और प्रमुख परामर्शदाता आस्था धवन ने समझौते पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा, “हमारा लक्ष्य है कि हम हर छात्र और शिक्षक को उसकी खुद की भावनात्मक समझ से जोड़ें।

जब व्यक्ति खुद को बेहतर समझता है, तब ही वह दूसरों के साथ सकारात्मक जुड़ाव बना सकता है। एक्सिस कॉलेजेस के साथ यह साझेदारी आत्म-विश्लेषण, करियर मार्गदर्शन और मानसिक संतुलन के क्षेत्र में छात्रों को सशक्त बनाएगी।” उन्होंने आगे कहा कि यह समझौता केवल काउंसलिंग सत्रों तक सीमित नहीं रहेगा, बल्कि यह छात्रों और शिक्षकों को मानसिक समर्थन देने के लिए एक स्थायी ढांचा विकसित करेगा।

इसके माध्यम से छात्रों को मानसिक स्वास्थ्य के प्रति जागरूक किया जाएगा और उन्हें वह वातावरण उपलब्ध कराया जाएगा जिसमें वे न केवल अपनी समस्याओं को पहचान सकें, बल्कि उनके समाधान की दिशा में भी सक्रिय हो सकें।इस साझेदारी के माध्यम से एक्सिस कॉलेजेस यह संदेश देना चाहता है कि मानसिक स्वास्थ्य कोई विकल्प नहीं, बल्कि शैक्षणिक जीवन का अभिन्न अंग है।

यह समझौता ज्ञापन (MoU) एक ऐसे मंच की शुरुआत है जो छात्रों को न केवल भावनात्मक रूप से मज़बूत बनाएगा बल्कि उनके आत्म-संवेदन और करियर पथ को भी स्पष्ट करेगा। इस ऐतिहासिक समझौता ज्ञापन (MoU) के साथ एक्सिस कॉलेजेस ने एक उदाहरण प्रस्तुत किया है कि कैसे शैक्षणिक संस्थान केवल पढ़ाई के केंद्र नहीं, बल्कि व्यक्तित्व के विकास और मानसिक सशक्तिकरण के मंच बन सकते हैं।